Wednesday, 5 August 2015

Amazing facts and History about Sachin Tendulkar in Hindi:-



सचिन तेंदुलकर:

सचिन रमेश तेंदुलकर (Sachin Tendulkar जन्म: 24 अप्रैल 1973) क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् 2008 में वे पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके है।

सन् १९८९ में अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के पश्चात् वह बल्लेबाजी में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने टेस्ट व एक दिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक अर्जित किये हैं। वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में १४००० से अधिक रन बनाने वाले वह विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। एकदिवसीय मैचों में भी उन्हें कुल सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है।  उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच मुम्बई के लिये २४ वर्ष की उम्र में खेला था। उनके अन्तर्राष्ट्रीय खेल जीवन की शुरुआत १९८९ में पाकिस्तान के खिलाफ कराची से हुई।

सचिन क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी हैं और विश्व भर में उनके अनेक प्रशंसक हैं। उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से भिन्न-भिन्न नामों से पुकारते हैं जिनमें सबसे प्रचलित लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर है। क्रिकेट के अलावा वह अपने ही नाम के एक सफल रेस्टोरेंट के मालिक भी हैं। तत्काल में वह राज्य सभा के सदस्य हैं, सन् २०१२ में उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था।

क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर, मास्टर ब्लास्टर के नाम से भी जाने जाते हैं।शिर्फ 16 साल की उम्र से international क्रिकेट की शुरूआत करने वाले सचिन ने रिकार्ड की नई-नई इबारतें खड़ी कर दी हैं।चाहे वह one-day में सबसे पहले 200 बनाना हो जा फिर 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाना हो।और भी कई रिकार्ड हैं जिन्हें बताने के लिए शायद एक दिन लग जाए। मगर हम आपको रिकार्ड के इस बादशाह के बारे में कुछ ऐसे रोचक तथ्य बताएँगे जिने पढ़ आप हैरान हो जाएगें। आइए पढ़ते हैं:-

सचिन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य:

  • 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में जन्में सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक बनाए हैं। 
  • सचिन के पिता रमेश तेंडुलकर मराठी शिक्षक व कवि और मां रजनी हाउस वाइफ रहीं।
  • सचिन ने 11 साल की उम्र में पहली बार क्रिकेट बैट थामा।
  • 13 साल की उम्र आते आते शारदा आश्रम स्कूल की तरफ से खेलते हुए सचिन ने विनोद कांबली के साथ 664 रनों की साझेदारी का विश्व रिकॉर्ड बनाया।
  • रणजी ट्रॉफी व दिलीप ट्रॉफी के पदार्पण मैच में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी।
  • 16 साल 256 दिन की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट 1989 में कराची में खेला।
  • 18 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो शतक लगाए, जिनमें सिडनी में 148 रन और पर्थ में 114 रनों की पारी खेली।
  • शुरुआती दिनों में सचिन तेज बॉलर बनना चाहते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
  • सचिन की इस प्रतिभा को उनके बडे़ भाई अजीत ने पहचाना और गुरू रमाकांत आचरेकर के पास ले गए, जहां पहली बार में सचिन असफल रहे लेकिन अजीत के आग्रह पर सचिन को फिर मौका मिला। सचिन की सफलता में उनके भाई अजीत का बड़ा हाथ रहा, सचिन पर ध्यान देने के लिए जीत ने शादी भी नहीं की।
  • सचिन ने अपने शुरुआती दौर में बहुत संघर्ष किया। सचिन के पास एक ही क्रिकेट ड्रेस थी, जिसे रोज शाम धोकर जब सचिन सुबह प्रैक्टिस पर जाते तो जेब गीली ही रह जाती थीं। सचिन आज भी उन दिनों की याद रखते हैं।
  • सचिन घर से दूर अपनी काकी के घर रहा करते थे, जिससे उन्हें क्रिकेट की साधना में बाधा न हो। सचिन दिन में 16 घंटे नेट पे प्रैक्टिस करते थे।
  • जब सचिन थक जाते तो आचरेकर सर स्टंप्स पर एक रुपए का सिक्का रख देते थे। यह सिक्का उसे मिलता जो सचिन को आउट कर पाता और अगर सचिन आउट नही होते तो वह सिक्का सचिनका हो जाता था। आज भी ऐसे 13 सिक्के सचिन ने संभाल कर रखे हैं।
  • 1988 में मुंबई के ब्रेबॉन स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच एक practice match हुआ था। इस मैच में सचिन ने पाकिस्तान के लिए फील्डिंग की थी।
  • सचिन गेंदबाजी और बल्लेबाजी right hand से करते है मगर लिखते left hand से हैं। इसके इलावा वह टेनिस भी left hand से ही खेलते हैं।
  • सचिन ने 79 मैंचों के बाद पहली one-day सेंचुरी बनाई थी।मगर इस दौरान सचिन ने 7 टेस्ट सेंचुरी बना ली थी।
  • 2008 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मोहाली में एक टैस्ट मैच हुआ था। जिसमें सचिन ने सर्वाधिक टेस्ट रन का रिकार्ड तोड़ा। मैदान पर इतना उत्साह था कि आतिशबाजी के कारण 20 मिनट तक खेल रोकना पड़ा ताकि धुंआ छट जाए।
  • सचिन क्रिकेट में ऐसे पहले बल्लेबाज हैं जिन्हें third umpire ने out दिया। 1992 में भारत और दक्षिण अफरीका के बीच हुए डरबन टेस्ट मैच में महान फिलडर जॉंटी रोड्स के थ्रो पर third umpire ने सचिन को टीवी रिप्ले देखकर out करार दिया।
  • सचिन कभी-कभी अपने घर पर पत्नी अंजलि और बच्चों के लिए नाश्ता भी बनाते हैं, यहां ही नही , उन्होंने साल 1998 में पूरी टीम के लिए बैंगन का भर्ता भी बनाया था।
  • सचिन ने सबसे पहले 'Boost' कंम्पनी की तरफ से विज्ञापन किया था।
  • सचिन के पिता एक उपन्यासकार थे। उन्होंने सचिन का नाम अपने प्रिय संगीतकार सचिन देवबर्मन के नाम पर रखा था।
  • सचिन ने रणजी, दलीप और ईरानी ट्राफी के अपने पहले मैचों में ही शतक जमा दिए थे।ऐसा करने वाले वे भारत के एकलौते खिलाड़ी हैं।उनका यह रिकर्ड आज तक कोई भी नही तोड़ पाया है।
  • सचिन ने अपना पहला first class क्रिकेट मैच मुंबई के लिए 14 वर्ष की आयु में खेला था।
  • सचिन ने रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मैच में रवि शास्त्री के साथ पारी की शुरूआत की थी।
  • सचिन ने अपने पहले टेस्ट मैच में सुनील गावस्कर द्वारा गिफ्ट दिए गए पैड़स को पहना था।
  • F1 race के चैंपियन माइकल शुमाकर ने 2002 में सचिन को फरारी कार तब भेंट की थी जब उन्होंने सर डॉन ब्रैडमैन के 29 टेस्ट शतकों की बराबरी कर ली थी।सचिन ने यह कार 2011 में सूरत के एक व्यापारी को 1.5 करोड़ में बेच दी थी।
  • इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाज एक्ष्ले गिल्स ने सबसे पहले सचिन को स्टंप आउट किया था।
  • साल 1996 और 2003 के worldcups में सचिन 'Man of the tournament' बने थे।
  • सचिन जब बैंटिंग कर रहे होते हैं तो उनकी पत्नी अंजली न कुछ खाती है और न कुछ पीती है।
  • सचिन को घड़ियां और cents एकत्र करने का शौंक है।
  • सचिन तेंदुलकर और गांगुली ने 128 मैचों मे पारी की शुरूआत करते हुए कुल 6271 रन बनाए है जो कि एक रिकार्ड है। मगर एक बार गांगुली मैच की पहली गेंद पर ही आउट हो गए थे और उसके बाद राहुल द्रविड़ सचिन के साथ बैंटिंग करने आए तो कमाल ही हो गया।सचिन और राहुल ने धुआंधार बल्लेबाजी की और वनड़े में 331 रन की रिकार्ड partnership कर डाली।
  • तेंदुलकर साल 1995 में भेष बदलकर फिलम 'रोजा' देखने गए थे, पर उनका चश्मा गिरते ही सिनेमा हॉल में मौजुद लोगो ने उन्हें पहचान लिया।
  • 23 साल की उम्र में सचिन भारतीय टीम के कप्तान बने।
  • 21 साल से लगातार क्रिकेट खेल रहे सचिन 185 वनडे मैच में लगातार क्रिकेट खेलने का रिकॉर्ड बनाया।
  • सबसे अधिक वनडे और टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड भी सचिन के नाम है।
  • एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय विश्व कप मुक़ाबलों में सबसे ज्यादा रन।
  • 90 विभिन्न क्रिकेट ग्राउंड में 442 पारियां खेलने का रिकॉर्ड सचिन का है।
  • वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले एक मात्र खिलाड़ी। सचिन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 147 गेंदों में नाबाद 200 रन बनाए।
  • एक कैलेंडर वर्ष में 1000 रन बनाने का कारनामा सचिन सात बार कर चुके हैं। वे 1994, 1996, 1997, 1998, 2000, 2003 और 2007 के कैलेंडर वर्ष में एक हजार या इससे ज्यादा रन बना चुके हैं।
  • एक कैलेंडर वर्ष (1998) में सबसे अधिक रन 1894 बनाने वाले एक मात्र खिलाडी़।
  • सभी मुख्य क्रिकेट खेलने वाले देशों के खिलाफ 1000 रन बनाए हैं।
  • वनडे (1895) व टेस्ट में सबसे अधिक चौके लगाने व वनडे की एक पारी में सबसे अधिक 24 चौके का रिकॉर्ड सचिन के नाम है।
  • वर्ल्डकप के प्रदर्शन में भी सचिन रिकॉर्ड के बादशाह हैं। सबसे अधिक रन (2273 रन), सबसे ज्यादा अर्धशतक (15), सर्वाधिक शतक (6) और एक विश्व कप में सबसे ज्यादा रन (673 रन 2003 विश्व कप) का रिकॉर्ड भी सचिन के नाम है।
  • सर्वाधिक वनडे (18111) रन और टेस्ट (15090) रन बनाने वाले खिलाडी़ हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 33,000 रन बनाने वाले एकमात्र खिलाडी हैं।
  • टेस्ट मैच में छह बार दोहरा शतक बनाने वाले खिलाड़ियों में शामिल।
  • 100 टेस्ट मैच खेलने वाले सबसे युवा खिलाडी़।
  • सचिन के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड है। सचिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार नर्वस नाइंटीज का शिकार ह‍ुए हैं। वे 17 बार वनडे में 10 बार टेस्ट में नर्वस नाइनटीज का शिकार हो चुके हैं। इस तरह वे कुल 27 बार नर्वस नाइनटीज का शिकार हुए।
  • 23 दिसम्बर 2012 को सचिन ने वन-डे क्रिकेट से संन्यास लेने घोषणा कर दी।
सचिन को मिले पुरस्कार:-
सचिन सबसे ज्यादा बार 'मैन ऑफ द मैच' और 'मैन ऑफ द सीरीज' पाने वाले खिलाडी़ हैं, जिसमें 62 'मैन ऑफ द मैच और 15 'मैन ऑफ द सीरीज' शामिल हैं।
(1992) 1000 रन बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी।
(1997) 'विज्‍डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर' के लिए नॉमिनेट।
(1998) 'राजीव गांधी खेलरत्न पुरस्कार' जो खेल की श्रेणी में श्रेष्ठ पुरस्कार है।
(1999) 'पद्मश्री' से नवाजे गए।
(2001) महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
(2008) पद्म विभूषण, भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
(2014) भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

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